अगरबत्ती हमेशा से ही भारतीय पूजन और विधि विधान में उपयोग की जाते रही है। इसका फायदा तभी है जब इसको उस जगह पर जलाया जाए जहा पर हवा का आना जाना ठीक तरह से हो, यानी वेंटिलेशन होना ज़रूरी है। आर्गेनिक अगरबत्ती और धुप का प्रयोग परंपरागत है, लेकिन कुछ लोग केमिकल अगरबत्ती भी उपयोग करते हैं जो हानिकारक है। यहाँ हम आर्गेनिक अगरबत्ती या केमिकल फ्री अगरबत्ती के बारे में बात करेंगे।
केमिकल अगरबत्ती का धुंआ ज़हीरला होता है?
हम सोचते हैं कि अगरबत्ती जलने से घर का वातावरण शुद्ध होगा और ताज़गी आएगी, जबकि कड़वा सच यह है कि अगरबत्ती जलाना, घर में पोलुशन को बढ़ावा देना है। इसका धुआं बच्चो और बीमार लोगों के लिए सिगरेट से भी ज़्यादा खतरनाक है, इससे फेफड़ों के समस्याएं हो सकती हैं, इनेक्शन और भी कई बीमारी हो सकती हैं।
तो आपको अगरबत्ती का बहुत उपयोग नहीं करना चाहिए। इसके बदले आप ऑर्गनिक अगरबत्ती या धुप का उपयोग कर सकते हैं और साथ ही वेंटिलेशन पूरा होना चाहिए, यदि पंखे, खिड़की आदि के सहायता चाहिए तो बहुत अच्छा है।
केमिकल अगरबत्ती के नुकसान
केमिकल अगरबत्ती के साइड इफेक्ट्स पर बहुत लम्बी बहस होती आ रही है, तो हमारे दिमाग में यह प्रश्न आता है कि, अगरबत्ती क्या वाकई नुकसानदायक है?
तो, जी हैं, अगरबत्ती पूरी तरह से छोटे बच्चो, गर्भवती महिलाओं और कैंसर के रोगियों और अस्थमा के मरीज़ों के लिए बहुत नुकसानदायक है। इसकी जगह, आर्गेनिक अगरबत्ती या धूप जो घी, गाय के कंडे और हर्ब्स से बनायीं जाती है, वह बिलकुल नुकसान नहीं करती है।
- यदि एक गर्भवती महिला यदि मंदिर में पूजा आदि के लिए जाती है तो यह निश्चित होना चाहिए कि वह पर अगरबत्ती का प्रयोग न किया जा रहा हो, नहीं तो वो होने वाले बच्चे के लिए बहुत ज़हरीली है।
- कई लोग शिकायत करते हैं कि केमिकल अगरबत्ती के महक बहुत ही भयंकर होती है और इस महक को सहन नहीं कर पाते हैं।
- लेकिन कुछ लोग जिनको केमिकल अगरबत्ती के महक से बहुत प्यार है वे आर्गेनिक अगरबत्ती और धूप के महत्त्व को बिलकुल नहीं जानते हैं।
ऑर्गनिक अगरबत्ती के फायदे
आर्गेनिक अगरबत्ती जो फूल के पाउडर, कपूर, गाय के गोबर का उपला, घी, चन्दन के लकड़ी का पाउडर से बनायीं जाती है उसके अपने ही लाभ हैं।
यदि आपको आर्गेनिक अगरबत्ती ऑनलाइन चाहिए? तो आप cowkart वेबसाइट पर ज़रूर जाएँ
आध्यात्मिक उपचार और पॉजिटिव प्रभाव
हर्बल अगरबत्ती के महक से ध्यान करते समय दिव्य ऊर्जा के साथ पॉजिटिव वाइब्रेशन का अनुभव भी होता है। आध्यात्मिक सुंदरता और पवित्रता को बढ़ाने के लिए आर्गेनिक अगरबत्ती एक उत्तम साधन है।
इसके अलावा नेगेटिव विचार और ऊर्जा शरीर से बाहर निकल जाने में बहुत सहायक है। इस तरह से गाय के उपला, जो कि इस अगरबत्ती का एक महत्वपूर्ण भाग है, इससे बनी हुई अगरबत्ती, मंदिर, घर और ध्यान केंद्रों के साथ-साथ योग कैंप में भी उपयोग की जाती रही है।
एकाग्रता और आत्मविश्वास में सहायक
गाय के उपले से बनी हुई अगरबत्ती जिसमे चन्दन का पाउडर होता है, इसके उपयोग से दिमागी जागरूकता बढ़ती है और आसपास के वातावरण के हवा भी शुद्ध हो जाती है। भारत में सबसे अच्छा उदहारण है, जेवरात के दुकान, जहा पर कारीगरों को लम्बे समय तक माइक्रोस्कोप पर काम करना पड़ता है, तो वे यदि इस तरह के अगरबत्ती का उपयोग करते हैं तो निश्चित ही उनकी एकाग्रता बढ़ती है।
इसके अलावा टीचरों और स्टूडेंट्स के लिए भी बहुत लाभकारी है, क्योकि यह उनकी एकाग्रता और कॉन्फिडेंस को बढ़ती है। हवं में उपयोग की जाने वाली सामग्री और यह आर्गेनिक अगरबत्ती लगभग एक ही चीज़ हैं।
अरोमा थेरेपी का महत्वपूर्ण भाग
ध्यान और अरोमा थेरेपी में केमिकल फ्री अगरबत्ती का बहुत महत्त्व है। अरोमा थेरेपी का प्रयोग करने से दिल के धड़कन काबू में रहती है और नर्व सिस्टम मज़बूत बनता है। मांस पेशियों में आराम और ब्लड प्रेशर में कमी होती है।
हर्बल अगरबत्ती और धूप का प्रयोग करने से आराम, जागरूकता और ध्यान करने में सहायता मिलती है।
Leave a reply